Earthquake News 2025: नेपाल में 7.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप, बिहार, सिक्किम और बंगाल के कई हिस्सों में महसूस किए गए झटके
Earthquake News 2025
बिहार के मोतिहारी और समस्तीपुर समेत कई इलाकों में सुबह 6:40 के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप 5 सेकंड तक धरती हिलती रही बिहार की राजधानी पटना में भी भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए।
नेपाल सहित तीन देशों में मंगलवार सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 रही। बिहार, सिक्किम और नॉर्थ बंगाल सहित भारत के कई इलाकों में भी झटके महसूस किए गए तिब्बत में 6.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
भारत में मालदा सहित उत्तर बंगाल के कुछ हिस्सों और सिक्किम में भी धरती हिलती रही। बिहार के मोतिहारी और समस्तीपुर समेत कई इलाकों में सुबह 6:40 के आसपास भूकंप के झटके महसूस किया गए 5 सेकंड तक धरती हिलती रही।
USGS (यूएसजीएस) Earthquake के मुताबिक, नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 रही। अभी तक भूकंप से किसी तरह जान एवं माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
Alert :- आप सभी लोगों को यह सूचना दिया जाता है कि आप सभी अपना ख्याल रखें। यह भूकंप दोबारा भी महसूस किए जा सकते हैं।

क्यों आता है भूकंप ?
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स है। यह प्लेट्स लगातार घूमती रहती है जब यह प्लेट आपस में टकराती है रगड़ती है एक दूसरे के ऊपर चढ़ती है या उनसे दूर जाती है, तब जमीन हिलने लगती है इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं जिसे रिक्टर मेग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।
रिक्टर मेग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है। भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है, यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है। 1 यानी कम तीव्रता की उर्जा निकल रही है 9 यानी सबसे ज्यादा बेहद भयावह और तबाही वाली शहर ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती है। अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है, तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है।
कितनी तीव्रता कितनी खतरनाक ?
कोई भूकंप कितना खतरनाक है? इसे रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा खतरनाक होता है।
• 0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है।
• 2 से 2.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
• 3 से 3.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे मानो बगल से कोई ट्रक गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 की तीव्रता के भूकंप में खिड़कियाँ टूट सकती है दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 की तीव्रता वाले भूकंप में घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.2 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों की नींव को दरका सकता है ऊपरी मंजिलों को नुकसान पहुँचा सकता है।
• 7 से 7.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतें ढह जाती है जमीन के अंदर पाइप लाइन फट जाती है।
• 8 से 8.9 की तीव्रता के भूकंप में इमारतों के साथ-साथ बड़े-बड़े पल भी गिर सकते हैं।
• 9 या उससे ज्यादा की तीव्रता का भूकंप आने पर जमकर तबाही मचाती है। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती हिलती हुई दिखाई देगी समंदर नजदीक हो तो सुनामी आ सकती है।
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